प्रथम टुडे, जबलपुर : जबलपुर स्थित ग्रे आयरन फाउंड्री (G.I.F.) में आज सुबह एक बड़े धमाके से हड़कंप मच गया। यह धमाका फैक्ट्री के अंदर उस वक्त हुआ, जब ड्रम कटिंग का काम चल रहा था। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास के क्षेत्रों में भी इसे सुना गया। इस हादसे में अशोक कुमार मीणा नामक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। अन्य कर्मचारियों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। घायल कर्मचारी को प्राथमिक उपचार के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
ग्रे आयरन फाउंड्री: रक्षा क्षेत्र की अहम इकाई
ग्रे आयरन फाउंड्री भारतीय रक्षा मंत्रालय की महत्वपूर्ण निर्माण इकाई है, जो सशस्त्र बलों के लिए अत्याधुनिक उपकरण, हथियार और वाहनों के कलपुर्जे तैयार करती है। इस यूनिट का कार्यभार जबलपुर के खमरिया स्थित आयुध निर्माणी के अधीन है। यह फाउंड्री भारतीय सेना की आवश्यकताओं को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभाती है।ड्रम कटिंग के दौरान हादसा
फैक्ट्री के कर्मचारियों के मुताबिक, घटना उस समय हुई जब वेल्डर ट्रेड की टीम ड्रम की कटिंग कर रही थी। कटिंग के दौरान अचानक विस्फोट हुआ, जिससे पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारी अशोक कुमार मीणा, जो ड्रम के पास काम कर रहे थे, विस्फोट की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। फैक्ट्री प्रबंधन ने तुरंत राहत कार्य शुरू करते हुए अन्य कर्मचारियों को बाहर निकाला और स्थिति को नियंत्रित किया।22 अक्टूबर का हादसा अभी ताजा
यह घटना पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले 22 अक्टूबर को खमरिया स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्री में रशियन बम की बॉइलिंग के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। उस विस्फोट में दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी, जबकि 11 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन घटनाओं ने रक्षा क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।कर्मचारी संघ ने उठाई जांच की मांग
घटना के बाद कर्मचारी संघ ने प्रबंधन की कड़ी आलोचना की। कर्मचारी नेता राकेश कुमार दुबे ने कहा,"लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं से कर्मचारियों में डर का माहौल बन गया है। हम सरकार और प्रबंधन से मांग करते हैं कि स्वतंत्र जांच कमेटी गठित कर इन हादसों के पीछे के कारणों की जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।"
कर्मचारी संघ ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सुरक्षा प्रबंधों में शीघ्र सुधार नहीं हुआ, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर होंगे।
सुरक्षा प्रबंधों की गंभीर अनदेखी
विशेषज्ञों का कहना है कि रक्षा उत्पाद निर्माण में विस्फोटक सामग्री के साथ काम करने के दौरान सख्त सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य है। ड्रम कटिंग जैसे कार्यों में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इनमें खतरनाक गैस या अवशेष हो सकते हैं। बार-बार हो रहे इन हादसों से साफ है कि सुरक्षा उपायों को लागू करने में गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।घटना की जानकारी स्थानीय प्रशासन और रक्षा मंत्रालय को दे दी गई है। हालांकि, अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उम्मीद है कि जल्द ही इस हादसे की जांच के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया जाएगा।
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