प्रथम टुडे जबलपुर :-- विजय नगर स्थित कचनार सिटी में एक चमत्कारिक घटना जन चर्चाओं में बनी हुई है हुआ यूं कि कचनार सिटी के बांके बिहारी पार्क में प्रति वर्ष की भांति इस साल भी पराम्परागत रूप से होली आयोजन में होलिका की स्थापना हुई, हरेक साल आयोजकों द्वारा होली दहन करने के पहले प्रहलाद को अलग कर होलिका दहन किया जाता था पर इस बार आयोजक होलिका दहन के पहले भक्त प्रह्लाद को अलग करने की चूक कर गए ।
कालोनी के सभी महिलाओं व पुरुषों द्वारा पूजन किए जाने के पश्चात् पांच किवंटल लकड़ी में होलिका दहन किया गया, आग की लपटों ने जब चारों ओर से होलिका व भक्त प्रहलाद को घेर लिया आग धू धू करके जल रही थी इसी बीच किसी ने आवाज लगाई अरे प्रहलाद को तो निकाल लो, भक्त प्रह्लाद को तो जलती आग से निकाल लिया गया पर यह करिश्मा देखकर लोग बाग आश्चर्य चकित हो गये कि भक्त प्रह्लाद जलती भीषण आग से बाहर निकलने के बाद भी जैसे थे वैसे ही बाहर निकल आए,
इतनी भीषण आग में भक्त प्रह्लाद का तो बालबांका भी नहीं हुआ साथ ही पूरी आग शांत होने पर भी होलिका भी ज्यों की त्यों खड़ी है होली में होलिका का न जलना जनचर्चा का विषय बन गया है इसे हरेक व्यक्ति अपने अपने ढंग से बातें कर रहे हैं कुछ लोगों का मानना है कि होलिका को वरदान प्राप्त था वह अब वरदान फिर फलीभूत हो गया है । हरेक व्यक्ति भांति भांति की बातें कर रहे हैं। शास्त्रों में परांगत पंडितों से भी इस घटनाक्रम को लेकर विचार-विमर्श जारी है।
होलिका की मूर्ति यथावत खड़ी रहने पर आज कालोनी वासियों ने मूर्ति का पूजन अर्चन कर भंडारा आयोजित किया ।
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