Update [4/4, 21:43] Anurag Dixit: pratham today
प्रथम टुडे MP :-- मध्य प्रदेश में एंबुलेंस से जुड़ा नया घोटाला सामने आया है. सरकार की ओर से एंबुलेंस भुगतान को लेकर जानकारी देने के बाद विवाद बढ़ गया है. सरकार ने बताया कि पिछले ढाई सालों में 2000 एंबुलेंस को किराये के रूप में 900 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. इस पर कांग्रेस का आरोप है कि इसके आधे रुपये में तो नई आधुनिक एंबुलेंस ही आ जाती
कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह की ओर से सवाल किया गया कि विगत कुछ सालों में सरकार ने एंबुलेंस को कितना भुगतान किया है? इस पर सरकार की ओर से जवाब आया कि पिछले 33 महीने में करीब 900 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया.रकार की ओर से ये भुगतान छत्तीसगढ़ की जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज को किया गया. ये भुगतान 108 नंबर से चलने वाली एंबुलेंस को मई 2022 से लेकर जनवरी 2025 तक किया
जो दोषी होगा उसके ऊपर होगी कड़ी कार्रवाई: विश्वास सारंग
इस मामले पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हमारी सरकार जनता को हर सुख सुविधा देने के लिए काम कर रही है. लेकिन अगर अधिकारी कोई गड़बड़ी करते हैं तो उसकी जांच की जाएगी और जो अधिकारी दोषी होंगे उन्हें बक्शा नहीं जाएगा. फिलहाल एंबुलेंस भुगतान को लेकर प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है. कांग्रेस इस मुद्दे पर आक्रामक है और सीबीआई जांच की मांग कर रही है.
राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल से हुआ घोटाला उजागर
राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल पहुंचा, तो वहां पर आधा दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस खड़े-खड़े खराब हो रही है. धुल खा रही है. अगर इन एंबुलेंस पर थोड़ा सा खर्च कर दिया जाए तो इनका इस्तेमाल भी किया जा सकता है. कई बार ऐसा देखा जाता है कि जब लोगों को एंबुलेंस की रूरत होती है तब वह मिलती नहीं है. कई बार आम लोगों को अपने मरीजों को ठेले पर लेकर जाना पड़ता है.
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